Ambar
Thursday, July 22, 2010
आत्म-मंथन
ये ज़िन्दगी में एक ठहराव सा क्यों है ..इस मुकाम पर एक सुकून भी है और आगे जाने की चाह भी .. क्या ये वक़्त है आत्म-मंथन का ?'
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